हरिद्वार,: एक कंपनी ने बेरोजगारों को घर बैठे रोजगार चलाने का झांसा देकर उनसे करीब 70 लाख रुपये की रकम हड़प ली। कंपनी संचालकों के फरार होने की सूचना पर पीडि़तों ने एजेंटों को घेर लिया। इस दौरान बेरोजगारों ने कंपनी दफ्तर पर भी हंगामा किया। पुलिस ने हंगामा शांत कराया और मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले एक कंपनी ने हरिलोक कॉलोनी में दफ्तर खोला था। कंपनी ने कुछ लोगों को एजेंट बनाया। एजेंटों ने बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क साधा और बताया कि कंपनी घर बैठे रोजगार करने का मौका दे रही है। कंपनी की ओर से रोजगार के लिए 40 हजार से 80 हजार रुपये तक का लोन दिया जाएगा।
एक सिलाई मशीन भी कंपनी की ओर से दी जाएगी। इसके बाद सिलाई का काम दिया जाएगा और उसका भुगतान किया जाता रहेगा। कुछ लोगों को सेंटर इंचार्ज बनाकर मोटी कमाई का झांसा भी दिया गया। सोमवार को बेरोजगारों को कंपनी संचालकों के फरार होने की जानकारी दी गई।
सूचना पर बड़ी संख्या में बेरोजगार कंपनी दफ्तर पहुंचे और हंगामा किया। एजेंटों से भी बेरोजगारों की नोंक झोंक हुई। एजेंटों का कहना था कि उन्हें भी कंपनी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और बेरोजगारों को शांत कराया। पीडि़तों ने पुलिस को तहरीर दी। जिसमें करीब 70 लाख की ठगी का अनुमान लगाया गया। कोतवाली प्रभारी अमरजीत ङ्क्षसह ने बताया कि ठगी की जांच की जा रही है।