गोण्डा. यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार छात्र बिना आधार कार्ड लिंक किये परीक्षा नहीं दे सकेंगे। एक आकड़े के मुताबिक करीब 40 प्रतिशत छात्रों का अभी तक आधार नहीं बन पाये हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा देने से वंचित हो सकते हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार के इस फैसले से करीब
46 हजार छात्र बोर्ड परीक्षा से वंचित रह जाएंगे।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा में इस बार 1 लाख 15 हजार 333 परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं। इसके लिए जिले में 176 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। बताया जाता है कि जिले के कुल 517 माध्यमिक व इण्टर कॉलेजों में से महज 220 विद्यालयों ने ही छात्रों के आधार की सीडी जमा की है। शेष विद्यालयों ने अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में सीडी उपलब्ध नहीं कराई है। यह हाल तब है जब यूपी बोर्ड की परीक्षाये 6
फरवरी से होना निश्चित है।
शासन द्वारा कुछ संस्थाओं को नामित कर विद्यालयों में कैम्प लगाकर छात्रों के शत प्रतिशत आधार कार्ड बनवाने के निर्देश दिये थे, लेकिन सूत्र बताते हैं कि इन संस्थाओं द्वारा आधार कार्ड बनाने में रुचि नहीं दिखाई और न ही विद्यालय प्रबन्धन द्वारा इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास किये गये। गैर सरकारी आकड़ों के मुताबिक करीब 40 फीसदी छात्र आधार के बिना परीक्षा से वंचित हो सकते हैं।
बोले अधिकारी
माध्यमिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी सुदीप पाण्डेय ने बताया कि जिले में कुल 517 विद्यालय हैं, जिसमें सिर्फ 220 विद्यालयों ने ही सीडी उपलब्ध कराई है, शेष विद्यालयों को सीडी अविलम्ब उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।
हाईस्कूल व इण्टर में बालक बालिकाओं के स्थिति पर एक नजर
गोंडा जिले में यूपी बोर्ड 2018 की परीक्षा में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट संस्थागत एवं व्यक्तिगत छात्र-छात्राओं के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो बालक व बालिकाओं में लगभग 60 व 40 अनुपात है। हाईस्कूल में संस्थागत बालक 36769 तथा बालिका 26140, व्यक्तिगत बालक 1483 तथा बालिका 357 इण्टरमीडिएट संस्थागत बालक 26508 बालिका 21878, व्यक्तिगत बालक 1501 तथा बालिका 662 परीक्षा में भाग लेंगे।
कहते हैं जिला विद्यालय निरीक्षक
इस सम्बन्ध में जिला विद्यालय निरीक्षक राम खेलावन वर्मा ने बताया कि आधार से सम्बन्धित आंकड़ा सिर्फ विद्यालयों के पास होगा। मेरे पास कोई आकड़ा नहीं है। बोर्ड से निर्देश मिला है कि बिना आधार के छात्र इस बार परीक्षा नहीं दे सकेंगे। उसका पालन कराया जायेगा। यदि बोर्ड द्वारा कोई अन्य दिशा निर्देश जारी होता है, तो उसका भी पालन होगा।