जम्मू-कश्मीर में भारतीय जवानों की शहादत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. कश्मीर घाटी में आतंकियों के हाथों एक और आर्मी अफसर की शहादत की खबर है. 23 साल के लेफ्टिनेंट उमर फयाज़ पैरी को आतंकवादियों ने बंदूक की नोक पर अगवा करके मार डाला. मंगलवार रात किडनैप किये गये उमर का शव बुधवार तड़के कश्मीर के शोपियां से बरामद हुआ. उनके शरीर पर गोलियों के निशान हैं. पुलिस इस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है. जम्मू के अखनूर में राजपूताना रायफल्स में डॉक्टर लेफ्टीनेंट उमर फयाज़ पैरी शोपियां के ही रहने वाले थे.
लेफ्टिनेंट उमर फयाज़ का जन्म 8 जून, 1994 को हुआ था और अगले ही महीने वो तेईस साल के होने वाले थे. फैयाज 10 दिसबंर 2016 को ही सेना में भर्ती हुए थे. पता चला है कि वह छुट्टी लेकर कुलगाम में अपने किसी रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में गये थे जहां से रात करीब 10 बजे उन्हें किडनैप कर लिया गया था. फयाज के शरीर में बुलेट के दो निशान मिले हैं. अपने इलाके में युवाओं के बीच लेफ्टिनेंट फयाज काफी लोकप्रिय थे.
पिछले कुछ समय से कश्मीर में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. केंद्र सरकार पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने का दबाव बना हुआ है. इससे पहले 1 मई को जम्मू के मेंढर सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से दो भारतीय जवानों के साथ बर्बरता को लेकर लोगों में जबर्दस्त आक्रोश देखने को मिला. बॉर्डर पर हमले के अलावा हाल ही में जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने एक नकदी वैन पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों और एक बैंक कर्मी की हत्या कर दी थी. घाटी में लगातार पुलिस और सेना के जवानों पर हमले से परेशान आर्मी ने आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ रखा है. पिछले सप्ताह ही आतंकवादियों ने शोपियां में सेना की एक टुकड़ी पर हमला किया था. हमले में सेना के दो जवान और स्थानीय ड्राइवर घायल हो गए थे. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भेजने के बाद इलाके को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया. सुरक्षाबलों ने घर-घर जाकर आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी थी. इस ऑपरेशन में 4000 से ज्यादा सेना के जवान लगे हैं.