अयोध्या. अयोध्या के अधिग्रहीत परिसर में फोटोग्राफी कर रहे 6 संदिग्ध युवकों को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़कर थाना रामजन्मभूमि पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े गये युवकों में 4 मुस्लिम तथा दो ईसाई समुदाय के हैं। अधिग्रहीत परिसर में संदिग्ध युवकों के पकड़े जाने की
सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी विवेक कुमार, एसएसपी अनंतदेव तिवारी सहित सीआरपीएफ के कमांडेट व खुफिया विभाग की टीमें भी रामजन्मभूमि थाने पहुंची और पकड़े गये युवकों से पूछताछ शुरू की।
गौरतलब है कि विवादित परिसर राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद में सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा के लिहाज से फोटोग्राफी पर रोक लगा रखी है। आतंकी अलर्ट पर होने के नाते अयोध्या की सुरक्षा में रखा जाता है।
मामले की जानकारी देते हुए एसओ रामजन्मभूमि सुनील कुमार मिश्र ने बताया कि आज सुबह लगभग 7.30 बजे 6 युवक अधिग्रहीत परिसर स्थित जेब्रा क्रासिंग के पास फोटोग्राफी करते देखे गये। सीआरपीएफ के वाच टावर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने देखा तो इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही सुरक्षाकर्मियों ने युवकों को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है, अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु उनके पास से नहीं मिली है।
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गये युवक केरल के रहने वाले हैं, जिनमें 4 मुस्लिम व 2 ईसाई समुदाय के हैं। पूछताछ में युवकों की पहचान मोलिल अलिआर उमर पुत्र अलियार निवासी वेल्लूर कुन्नम केरल, वीआर लाडैबोस पुत्र शाकिल निवासी बिल्लूर कुन्नम जिला एरनाकुलम केरल, वीबी अली कुन्जू पुत्र वाकु मुआलपुर जिला एरनाकुलम केरल, जीवी थामस पुत्र एजे थामस, जिला एरनाकुलम
केरल, बीएम कासिम पुत्र बीरन जिला तेरीसा, केरल, अलीआर पुत्र एमबीमोहम्मद ऐरनाकुलम केरल के रूप में की गयी है।
संदिग्धों की सूचना पर डीएम विवेक व एसएसपी भी पहुंचे और पूछताछ की। लखनऊ से आयी एटीएस टीम ने भी केरल के इन युवकों से पूछताछ की है। डीएम विवेक ने बताया कि उक्त युवक विगत 11 अप्रैल से ही विभिन्न जिलों के भ्रमण पर हैं। सभी मध्यमवर्गीय परिवार के हैं। इसमें अलीआर केरल हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं तथा इनके द्वारा एक किताब लिखी जा रही है, जिसमें अयोध्या का वर्णन करना था। इसी सिलसिले में ये कई राज्यों का भ्रमण करते हुये अयोध्या पहुंचे हैं। इनके द्वारा बताये गये पते की तस्दीक कर ली गयी है जो कि सही पायी गयी है फिलहाल पूछताछ जारी है।
एसपी सुरक्षा महेन्द्र प्रताप चौहान ने बताया कि युवक यह नहीं जानते थे कि यह प्रतिबंधित क्षेत्र है तथा फोटोग्राफी करना मना है। ये युवक प्रतिबंधित क्षेत्र में कैसे पहुंच गये इस बाबत चौहान ने कहा कि इसे सुरक्षा में चूक नहीं कहा जा सकता क्योंकि अक्सर स्थानीय लोग उधर से आते-जाते रहते हैं। फिर भी तैनात सुरक्षाकर्मियों को इनसे पूछताछ करनी चाहिए थी। आगे से परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को और सर्तक किया जायेगा, ताकि इस तरह से बाहरी लोग परिसर के अंदर प्रवेश न कर सकें।