(नीरज त्यागी)
ग्रेटर नोएडा। फ्लैट का पजेशन न मिलने की वजह से बॉयर्स सालों से परेशान हैं। अभी तक बॉयर्स को फ्लैट का पजेशन नही मिल पा रहा हैं। 5 साल पहले जिन बॉयर्स को फ्लैट का पजेशन मिल जाना चाहिए था, उन्हें अभी तक पजेशन के लिए भटकना पड़ रहा हैं। बसपा और
सपा सरकार में बिल्डर्स पर मेहरबान रहे ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के अफसरों की नींद योगीराज सरकार में टूटी हैं। ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के अफसर अब बिल्डर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में जुट गए हैं।
अथॉरिटी की किस्त और बॉयर्स को पजेशन न देने का आरोप
अथॉरिटी अफसर 106 बिल्डर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में जुट गए हैं। इस लिस्ट में कई बड़े बिल्डर भी शामिल हैं। अथॉरिटी अफसरों की मेहरबानी के चलते इन बिल्डरों को एक के बाद एक प्लॉट का आवंटन कर दिया गया। कई बिल्डरों ने 10 से अधिक प्रोजेक्ट लांन्च कर दिए, लेकिन एक भी प्रोजेक्ट पूरा नही हुआ। बॉयर्स को तय समय में पजेशन भी नही दिया गया। वहीं बिल्डर्स ने प्लॉट आवंटन की किस्त भी अथॉरिटी की जमा नही कराई। किस्त न देने पर ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी ने बिल्डरों को डिफॉल्टर भी घोषित कर दिया। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ विमल कुमार शर्मा ने बताया कि कमिटी का गठन किया गया हैं। कमिटी जल्द ही पूरे मामले पर रिपोर्ट देगी। साथ ही कमिटी ने अथॉरिटी के लॉ डिर्पाटमेंट से यह भी पूछा है कि बिल्डर्स के खिलाफ किन धाराओं में मामला दर्ज किया जा सकता हैं। अथॉरिटी अफसर बिल्डर्स से प्लॉट आवंटन का पैसा व बॉयर्स को पजेशन दिलाने के प्रयास में जुट हुए है।
प्रदेश सरकार के एक्शन के बाद में अथॉरिटी अफसर ने दिखाई रुचि
बिल्डर्स पर मेहरबानी की वजह से अथॉरिटी अफसर ठोस कदम नही उठा रहे थे। लेकिन बॉयर्स यूपी में आई योगी सरकार से गुहार लगाई थी। फ्लैट के पजेशन के लिए भटक रहे बॉयर्स ने योगी सरकार से गुहार लगाने के साथ—साथ एसएसपी, डीएम, बिल्डर्स साइट पर धरना—प्रदर्शन कर रहे है। जिससे देखते हुए योगी सरकार हरकत में आई और कई बिल्डर्स के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की हैं। बॉयर्स ने योगी को ट्वीट कर फ्लैट के पजेशन की मांग की थी। जिससे देखते हुए अब अथॉरिटी अफसर भी बिल्डर्स के खिलाफ एक्शन प्लान तैयार करने में जुटे है।