देहरादून : उत्तराखंड के अब तक के सोलह साल के इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने के बाद भाजपा इस अभूतपूर्व जन समर्थन के लिए प्रत्येक जिले में जनसभाओं समेत कई कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। सभी तेरह जिला मुख्यालयों में होने वाले इन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट शिरकत करेंगे। समझा जा रहा है कि पार्टी का यह कार्यक्रम अब तक लो प्रोफाइल रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पब्लिक कनेक्ट के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
यूं तो उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के समय गठित 30 सदस्यीय अंतरिम विधानसभा में भी भाजपा की सदस्य संख्या लगभग 80 फीसद थी लेकिन इसके बाद हुए चार विधानसभा चुनाव में यह पहला मौका रहा, जब भाजपा के 80 फीसद से ज्यादा विधायक निर्वाचित हुए। 70 सदस्यीय विधानसभा में इस बार भाजपा के 57 विधायक चुनकर पहुंचे हैं। इससे पहले के तीन में से दो विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 34 और वर्ष 2012 के चुनाव में कांग्रेस 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और सरकार बनाई।
केवल राज्य के पहले विधानसभा चुनाव 2002 में कांग्रेस ने बहुमत पाया था। तब कांग्रेस को 70 में से 36 सीटों पर जीत मिली, यानी पार्टी ने बहुमत को स्पर्श भर किया। यही वजह रही कि पिछले सोलह सालों के दौरान राज्य लगातार राजनैतिक अस्थिरता से जूझता रहा है। अब तक उत्तराखंड में लगभग साढ़े सोलह सालों कुल नौ मुख्यमंत्रियों ने सत्ता संभाली, जबकि इनमें से एक भुवन चंद्र खंडूड़ी दो बार मुख्यमंत्री बने। इस लिहाज से देखा जाए तो राज्य के चौथे विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जिस तरह तीन-चौथाई से भी ज्यादा बहुमत हासिल किया, वह कम से कम राजनैतिक अस्थिरता से जूझते रहे राज्य के भविष्य के लिए शुभ संकेत कहा जा सकता है।
भाजपा का प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक इस कदर बड़ी जीत से अभिभूत है। अब जबकि उत्तराखंड में पार्टी की सरकार बने एक पखवाड़े से ज्यादा वक्त हो गया है, सरकार और संगठन ने जनता का आभार प्रदर्शित करने के लिए मतदाताओं तक जाने की तैयारी की है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के नेतृत्व में सभी तेरह जिला मुख्यालयों में जनसभाओं या जनता दर्शन कार्यक्रमों के जरिये मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के लिए धन्यवाद दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का सीधे जनता से संवाद कायम कराकर उनकी छवि को मुख्यमंत्री के रूप में विस्तार दिया जाएगा।
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि विधानसभा चुनाव में भारी समर्थन के लिए पार्टी और सरकार जनता का आभार प्रदर्शित करने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष सभी जिला मुख्यालयों और कुछ प्रमुख स्थानों पर जनसभाओं और जनता दर्शन कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। अभी 15 व 16 अप्रैल को उड़ीसा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है और फिर 21 से 23 अप्रैल तक प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक का आयोजन होना है। इसलिए इन दोनों बैठकों के बाद ही सरकार और संगठन प्रदेश भर की जनता से रूबरू होंगे।