सीबीआई ने शुक्रवार को सेना मुख्यालय में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की संलिप्तता वाले स्थानांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ये अधिकारी रिश्वत लेकर तैनाती में हेराफेरी कर रहे थे। इस मामले में सीबीआई ने सेना मुख्यालय में पदस्थापित एक ले. कर्नल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। दो और आर्मी के वरिष्ठ अधिकारियों पर इस ट्रांसफर रैकेट में शामिल होने का आरोप है।
सीबीआई ने अपने एफआईआर में एक ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी को भी नामजद किया है जो कार्मिक विभाग में तैनात है। यह माना जा रहा है कि सीबीआई की जांच अभी जारी है और उसमें कई बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है हालांकि एजेंसी ने अभी इस मामले में खुलासा करने से इनकार किया है। सीबीआई ने ले कर्नल रघुनाथन सुवरमनी मोनी जो कार्मिक विभाग में तैनात हैं उनपर केस दर्ज किया है।
इस मामले में दलाल गौरव कोहली, हैदराबाद का पुरुषोत्तम, बेंगलुरु के अधिकारी एस सुभाष पर केस दर्ज किया गया है। यह कहा जा रहा है कि मोनी, कोहली और पुरुषोत्तम मिल कर धन लेकर तबादला करने का रैकेट चला रहे थे। पुरुषोत्तम ऐसे आर्मी के अफसरों से संपर्क बनाता था जो अपनी मनपसंद जगह तबादला चाहते थे। इसके लिए वे बड़ी मात्रा में धन की मांग करते थे।
सुभाष पर आरोप है कि उसने अपने तबादले के लिए कोहली तक रिश्वत की पांच लाख रुपये की रकम हवाला के जरिए पहुंचाई। इसमें से कोहली ने दो लाख रुपये की रकम मोनी तक पहुंचाई।