देहरादून। बीजेपी के युवा पीढ़ी के खांटी नेता और संगठन पर पकड़ के लिए विख्यात धन सिंह रावत कहने को राज्यमंत्री बनाए गए हैं लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि सरकार में उनकी धमक और जलवा भरपूर रहेगा। ऐसा पहली बार देखा जाएगा जब कोई राज्यमंत्री किसी भी कैबिनेट मंत्री से कम नहीं बल्कि हो सकता है ज्यादा शक्तिशाली दिखाई देगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से आए और संघ के परमप्रिय रावत के बारे में अंदरखाने चर्चा है कि वह जब चाहे तब कैबिनेट मंत्री बन जाएंगे। अभी वह खुद ही राज्यमंत्री के तौर पर सरकार चलाने का अनुभव हासिल करना चाहते हैं।
इस बात की सम्भावना बहुत ज्यादा है कि उनको कैबिनेट मंत्री बनने के लिए अधिक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। उनकी पदोन्नति जल्द ही हो जाएगी। धन सिंह की खासियत यह है कि बीजेपी में प्रदेश स्तर पर ही नहीं केन्द्रीय स्तर पर भी उनकी बहुत प्रतिष्ठा और सम्मान है। हर केन्द्रीय नेता के साथ उनके रिश्ते बेहद अच्छे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के वह न सिर्फ विश्वासपात्र और करीबी हैं बल्कि वह उनकी सांगठनिक पकड़ और काबिलियत के मुरीद भी दिखते हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी उनको बहुत मानते हैं। उम्र और सांगठनिक पद में छोटे होने के बावजूद भट्ट उनको धन दा कहने में बिलकुल नहीं हिचकते हैं। धन सिंह पार्टी के उन चंद लोगों में से हैं जिनकी राय और बातों को हलके में कोई भी नहीं लेता है।
मुख्यमंत्री ने तय किया है कि गढ़वाल और कुमायूं को जोडऩे वाली कंडी रोड को खोला जाएगा, जिससे उत्तराखंड के लोगों को एक-दूसरे मंडल में जाने के दौरान उत्तर प्रदेश से नहीं गुजरना पड़ेगा। इसके लिए केंद्र सरकार से बहुत मदद लेनी होगी और कई किस्म की अनापत्ति भी कई जगह से लेनी होगी। यह वाकई बहुत कठिन लक्ष्य है लेकिन अगर ऐसा हो गया तो यह सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। इसके लिए त्रिवेंद्र की नजर में धन सिंह ही हैं। उनका कहना है कि इस कार्य के लिए अफसरों को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा और उनका मार्गदर्शन करने के साथ ही प्रगति पर पीने निगाह रखने के लिए किसी खास राजनीतिक व्यक्ति को नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए भी उनकी सर्वश्रेष्ठ पसंद धन दा ही हैं। वह उनकी क्षमताओं से बेहद प्रभावित नजर आते हैं और परमाणु बम सरीखा उर्जावान बताते हैं।
इसमें हालांकि कोई शक नहीं कि संसदीय ज्ञान के मामले में प्रकाश पन्त लाजवाब है और जहां तक सवाल प्रशासनिक पकड़ का है, कुछ मंत्री इसमें उस्ताद हैं लेकिन धन सिंह की अपनी अलग ही खूबी है। पार्टी के आला लोगों के अनुसार धन दा राज्य मंत्री रहते हुए भी संगठन ही नहीं बल्कि सरकार के भी कामकाज पर नजदीकी निगाह रखेंगे। उनकी रिपोर्ट और राय सरकार तथा संगठन में बहुत अहमियत रखेंगी। बामुश्किल पांच फीट कद के धन दा को पॉकेट हक्र्युलिस कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। उनकी ताकत और क्षमता का अहसास इससे भी हो जाता है कि अभी के प्रदेश महामंत्री (बीजेपी) नरेश बंसल जिस वक्त महामंत्री (संगठन) होते थे, तब भी संगठन की लगाम परदे के पीछे से वही संभालते थे। वह संगठन के लोगों और प्रदेश अध्यक्ष तक को नसीहत देने से पीछे नहीं हटते थे। आज भी ऐसा करने से नहीं हिचकते। जब कुछ साल पहले उनकी शादी थी तो उनके घर तक सड़क चंद दिनों में पक्की कर दी गई थी। पार्टी और कई प्रदेशों की बीजेपी सरकार के मंत्री उनके राठ स्थित गांव तक पहुंचे थे।