हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भांग की खेती पर ड्रोन से नज़र रखी जाएगी. इसके साथ ही भांग की खेती करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे. कुल्लू जिले में 1 मई से 31 मई तक भांग और अफीम उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान को सफल बनाने के लिए कुल्लू उपमंडल को 16 सैक्टरों में बांटा गया है. प्रत्येक सैक्टर के प्रभारी के रूप में सैक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. एसडीएम रोहित राठौर ने सभी सैक्टर अधिकारियों के साथ बैठक करके अभियान की रूपरेखा तैयार की है.
एसडीएम रोहित राठौर ने बताया कि भांग की खेती के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए कुल्लू उपमंडल पर विशेष फोकस रहेगा. उन्होंने बताया कि भांग की अधिक खेती के संभावित दुर्गम क्षेत्रों मणिकर्ण घाटी, मलाणा, पिछलीहार और अन्य इलाकों की विस्तृत वीडियोग्राफी भी की जाएगी. दुर्गम क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों की मदद से भी भांग की खेती का पता लगाया जाएगा और इसकी खेती में संलिप्त लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे.
रोहित राठौर ने कहा कि अभियान के पहले दिन 1 मई को सभी सैक्टर अधिकारी, पंचायत प्रधान, उपप्रधान, सचिव, बीडीसी व जिला परिषद सदस्य जिला मुख्यालय में आयोजित किए जाने वाले विशेष कार्यक्रम में शिरकत करेंगे तथा नशे की खेती को उखाड़ने की शपथ लेंगे.