देहरादून : विधानसभा में भाई भतीजावाद के तहत नियुक्ति का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक और फर्जीवाड़े से विधानसभा और सचिवालय में हड़कंप मच गया है. मामला फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर विधानसभा सचिवालय में नियुक्ति पाने का है. जिसको लेकर पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में ले लिया है.
सरकार की विधानसभा भर्ती को लेकर जमकर किरकिरी हुई थी. मामला दिल्ली तक जा पहुंचा था. इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने कई लोगों को बर्खास्त करने के बाद मामले को कुछ ठंडा किया. अब एक बार फिर विधानसभा सचिवालय में फर्जी नियुक्ति का मामला अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गया है. दरअसल विधानसभा सचिवालय में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नियुक्ति पाने की कोशिश का मामला सामने आया है. बता दें कि विधानसभा में आज सोनल भट्ट नाम की महिला एक फर्जी पत्र के साथ नियुक्ति पाने के लिए पहुंची. इस दौरान इस पत्र पर संदेह होने के बाद विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने उक्त महिला और उसके एक पुरुष साथी को हिरासत में ले लिया.
इसके बाद इन दोनों को ही सचिवालय लाया गया. वहां उनसे पूछताछ भी की गई. इनके द्वारा बताया गया कि एक महिला द्वारा उन्हें यह नियुक्ति पत्र दिया गया था. इसके बाद उन्होंने विधानसभा में रक्षक पद के लिए नियुक्ति लेने का प्रयास किया. अब संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पत्र को फर्जी बताया जा रहा है. यह पत्र 3 मार्च को जारी किया गया था. जिसमें अपर सचिव सचिवालय प्रशासन के तौर पर आलोक कुमार नाम लिखा हुआ है. सुरक्षा से जुड़े अधिकारी ने बताया कि इस नाम का कोई भी अधिकारी सचिवालय में मौजूद नहीं हैं और यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है. फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद महिला और उसके साथी को हिरासत में ले लिया गया है. इस मामले में अब नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है. साथ ही फर्जी पत्र देने वाली महिला को भी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को कहा गया है.