केंद्र सरकार देश में कम टैक्स कलेक्शन की दुहाई दे रही है, लेकिन 132 कंपनियां ऐसी हैं जिन पर 500 करोड़ रुपए से अधिक का कॉरपोरेट टैक्स बकाया है। यह बकाया कुल 3.38 लाख करोड़ रुपए का है, जो देश के रक्षा बजट (2.74 लाख करोड़ रुपए) से भी 62 हजार करोड़ रुपए अधिक है। शिक्षा और स्वास्थ्य के बजट से तो यह कई गुना अधिक है। सैकड़ों कंपनियां ऐसी भी हैं, जिन पर 100 करोड़ से अधिक लेकिन 500 करोड़ रुपए से कम का कॉरपोरेट टैक्स बकाया है।
एक व्यक्ति पर बकाया 21 हजार करोड़ टैक्स
आयकर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एक व्यक्तिपर वर्ष 2014-15 के लिए सबसे अधिक 21 हजार 870 करोड़ रुपए का आयकर बकाया है। यह केंद्र सरकार को सालभर में मिलने वाले कुल आयकर का 11 फीसदी अधिक है।
सरकार ने माना, नहीं कर सकते वसूली
लोकसभा में केंद्र ने माना है कि वह 2.45 करोड़ रुपए की राशि नहीं वसूल सकती। क्योंकि 1.20 लाख करोड़ पर स्टे है और 84.47 हजार करोड़ वसूलने के लिए कंपनी के पास पर्याप्त संपत्ति नहीं है। वहीं 30 हजार करोड़ के मामले में कंपनियों का लिक्वविडेशन किया जा रहा है।
किसका कितना बजट
डिफेंस 2,74,114 करोड़
शिक्षा 79,685 करोड़
स्वास्थ्य 48,878 करोड़
6.15 लाख करोड़ रुपए का एनपीए
देश के सभी बैंकों का कुल एनपीए यानी डूबा हुआ कर्ज करीब 6.15 लाख करोड़ रुपए है। 12 बड़ी कंपनियां ऐसी हैं, जिन पर 18 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन बकाया है। इसकी वसूली में भी सरकार अब तक नाकाम रही है। हालांकि एनपीए की वसूली के लिए सरकार नया कानून बनाने पर विचार कर रही है।