गुजरात के अहमदाबाद में आय घोषणा योजना (आईडीएस) के अंतिम दिन 30 सितंबर को आयकर विभाग के सामने 13,860 करोड़ के कालेधन की घोषणा करने वाला प्रॉपर्टी डीलर महेश शाह अब लापता है.
आयकर विभाग ने शुक्रवार को अहमदाबाद में स्थित महेश शाह के ऑफिस एवं घरों की तलाशी ली. आयकर विभाग के अधिकारियों ने महेश शाह के ठिकानों के अलावा उनकी चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी ‘अप्पाजी अमीन एण्ड कम्पनी’ के परिसरों पर भी तलाशी ली.
हालांकि, विभाग की ओर से इस तलाशी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन महेश शाह के सीए तहमुल सेठना ने मीडिया को बताया कि उनके मुवक्किल (महेश शाह के दोस्तों) से जुड़े लोगों के परिसरों सहित कई स्थानों पर तलाशी ली गई है.
सेठना ने बताया कि यह तलाशी अभियान 29 नवंबर, 30 नवंबर और एक दिसंबर को चलाया गया. उनके मुताबिक, तलाशी के बाद से शाह के बारे में पता नहीं चल पाया है.
अपने बयान में सेठना ने दावा किया कि शाह ने आय घोषणा योजना के तहत उनके पास 13,860 करोड़ रुपए नकद होने का खुलासा किया था. यह योजना बीते 30 सितंबर को खत्म हो गई.
सेठना ने कहा कि शाह 2013 से मेरे संपर्क में थे और तब से कई बार उन्होंने हमारी सलाह ली. वह मेरे नियमित ग्राहक नहीं थे. वह मुख्य रूप से जमीन के कारोबार से जुडे हुए थे. जब आय घोषणा योजना आई तो मैंने उनको खुलासा करने को कहा. वह करीब 67 साल के हैं और कुछ हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से वह अस्वस्थ चल रहे थे.
सेठना ने आगे यह भी कहा कि आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह लेने के बाद शाह ने 13,860 करोड़ रुपए की नकदी का खुलासा किया था. उनको पहली किश्त के रूप में 45 फीसदी टैक्स के 25 फीसदी के रूप में 1560 करोड़ रुपए देने थे. बीते 30 नवंबर आखिरी तारीख थी और वह आयकर विभाग के पास राशि जमा करने में नाकाम रहे. उनके अनुसार, ऐसा अंदेशा है कि शाह ने जब आय की घोषणा की तो उनके पास इतनी राशि थी ही नहीं.