देहरादून: एक सिपाही ने दारोगा के साथ ही जमीन की सौदेबाजी में फर्जीवाड़ा कर दिया। आरोप है कि सिपाही ने चार बिस्वा जमीन पांच बिस्वा बताकर दारोगा को बेच दी। रजिस्ट्री में भी उक्त जमीन की माप पांच बिस्वा दर्शाई गई। मामले में एसआइटी की जांच के बाद दारोगा की तहरीर पर सिपाही समेत चार लोगों के खिलाफ पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (पुलिस मुख्यालय) की फिंगर प्रिंट शाखा में तैनात उपनिरीक्षक शमसेर सिंह चौहान ने फरवरी 2010 में दून में तैनात सिपाही प्यारे सिंह भंडारी से आर्केडियाग्रांट स्थित एक जमीन खरीदी थी। आरोप है कि सिपाही प्यारे सिंह ने उन्हें जमीन की माप पांच बिस्वा बताई। जमीन की रजिस्ट्री के बाद दारोगा ने पांच बिस्वा भूमि नपवाकर चाहरदीवारी करा दी। मगर, इसके कुछ दिन बाद पड़ोस के लोगों ने उनकी चाहरदीवारी तोड़ दी, लोगों का कहना था कि उक्त जमीन में से एक बिस्वा उनकी है। दारोगा शमशेर सिंह ने इस बावत सिपाही प्यारे सिंह से बात की तो उसने गोलमोल जवाब दिया। इसके बाद दारोगा ने एसआइटी में शिकायत कर दी। एसआइटी की जांच में पता चला कि मौके पर प्यारे सिंह की चार बिस्वा जमीन ही थी। एसएसआइ पटेलनगर हेमंत खंडूरी ने बताया कि गीता भंडारी पत्नी प्यारे सिंह, कांस्टेबल प्यारे सिंह निवासी सीबीसीआइडी देहरादून वसंत विहार, गोकुंड सिंह धामी व मनोज कुमार घिल्डियाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।