दरसल, हरिद्वार के ग्रामीण इलाके में खनन पट्टे और स्टोन क्रेसर सबसे ज्यादा है। हरिद्वार में इस वक्त खनन बंद हैं लेकिन क्रेसिंग लगातार चल रही है। जानकारी के अनुसार राज्य और हरिद्वार में बीजेपी की अच्छी खासी सीट आने के बाद से ही खनन का पूरा लेखा-जोखा अब स्थानीय नेताओं और विधायकों के आस-पास ही घूम रहा है।
आलम ये है कि किस का क्रेशर चलना है और कौन कैसे काम करेगा इस बात का भी निर्णय स्थानीय बीजेपी के नेता ही कर रहे हैं। ये पहली बार नहीं है खनन को लेकर हमेशा से ही नेताओं पर दाग लगते रहे हैं। अब बीजेपी सरकार के भी कुछ विधायकों पर खनन के काम को लेकर चर्चाये गर्म हो गयी है। बीजेपी के ही एक नेता के संरक्षण में हरियाणा की खनन लोबी हरिद्वार में इतनी सक्रिय हो गयी है कि 30 से 16 क्रेशर तो सिर्फ उनके ही चल रहे हैं। जबकि स्थानीय लोगों के कामों को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। इस पर खनन सचिव का कहना है कि वो मनकों के आधार पर ही सभी क्रेशरों को चलवा रहे हैं और उनके उपर किसी तरह का कोई राजनैतिक दवाब नहीं है |