डोईवाला। एयरपोर्ट के आस-पास के गांवों में नियमों को ताक पर रखकर लगाए गए तमाम मोबाइल कंपिनयों के टॉवरों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए गए हैं। एयरपोर्ट प्रशासन की शिकायत के बाद दून घाटी विशेष क्षेत्र प्राधिकरण (साडा) ने एयरपोर्ट के आस-पास के मोबाइल टॉवरों को ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए हैं। इसी माह इन टॉवरों को हटाया जा सकता है। एयरपोर्ट के पास के क्षेत्रों में कई कंपनियों के मोबाइल टॉवर खड़े हैं। एयरपोर्ट प्रशासन ने आला अधिकारियों के साथ बैठक में कई बार इस मामले को उठाते हुए कहा है कि लैंडिंग जोन में लगाए गए मोबाइल टॉवर कभी भी विमानों के लिए खतरे का सबब बन सकते हैं। इसलिए इन सभी टॉवरों को हटाया जाना जरूरी है।
शिकायत और आला अधिकारियों के निर्देश के बाद साडा ने करीब 8 मोबाइल टॉवरों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए हैं। जिन्हे इसी महीने हटाया जाना प्रस्तावित है। हांलाकि ध्वस्तीकरण के आदेश जारी होने के बाद ये कंपनियां कमिश्नर कोर्ट चली गई हैं। जिस
पर फैसला आना बाकि है। लेकिन फिलहाल साडा ने अपनी तरफ से इन सभी टॉवरों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए हैं।
यदि एयरपोर्ट के आसपास से मोबाइल टॉवरों को हटाया जाता है। तो इससे एयरपोर्ट के आस-पास बसे हुए हजारों लोगों को कनेक्टिविटी की समस्या से जूझना पड़ सकता है। जौलीग्रांट और इससे लगे क्षेत्र में दर्जनों स्कूल, कालेज, मेडिकल कालेज, व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। जो
मोबाइल टॉवर हटने से प्रभावित हो सकते हैं। कई प्रतिष्ठानों ने तो अपने कैंपस में ही टॉवर लगवा रखे हैं। इसलिए ये देखना भी दिलचस्प होगा कि साडा इन टॉवरों पर क्या कार्यवाही करता है।
एयरपोर्ट के पास के क्षेत्रों में करीब आठ टॉवरों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए गए हैं। इसी महीने इन टॉवरों को हटाया जाएगा।
सुधीर गुप्ता, जेई साडा डोईवाला