मैनपुरी (यूपी)। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने माना है कि अपने बेटे अखिलेश को यूपी का सीएम बनाना उनके जीवन की बड़ी गलती थी. समाजवादी पार्टी के भीतर चल रही अंदरूनी खींचतान को हवा देते हुए मुलायम ने एक बार फिर अखिलेश और रामगोपाल यादव पर निशाना साधते हुए अपने भाई शिवपाल यादव का बचाव किया. लखनऊ से मैनपुरी पहुंचे मुलायम ने यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार पर माना कि अगर वो खुद यूपी के मुख्यमंत्री होते तो राज्य में समाजवादी पार्टी बहुमत में होती. मुलायम ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करके अखिलेश ने पार्टी की हार तय कर ली थी. उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने हमें बर्बाद करने और जेल में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उसी से अखिलेश ने हाथ मिला लिया.
रामगोपाल यादव को शकुनि बताने वाले बयान का समर्थन
मुलायम सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव पर भी निशाना साधते हे कहा कि वह पार्टी का भला नहीं सिर्फ अपना स्वार्थ देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि राम गोपाल ने शिवपाल यादव को इटावा के जसवंतनगर से हराने के लिए खूब पैसा बहाया और इसी वजह से मुझे जसवंतनगर सभा करने जाना पड़ा. शिवपाल यादव के प्रोफेसर रामगोपाल यादव को शकुनि बताये जाने वाले बयान का समर्थन करते हुए मुलायम ने कहा कि उन्हीं के इशारे पर इस बार चुनाव में शिवपाल के खिलाफ साजिश हुई. हालांकि मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पारिवारिक अनबन का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप भी लगाया. मुलायम ने कहा कि मोदी कन्नौज में आकर ये झूठ बोल गये कि जो लड़का बाप नहीं हुआ वो आपका क्या होगा. अखिलेश के हमसे दूर दूर रहने को इससे जोड़ कर देखा गया और मोदी के इस बड़े झूठ को सच मान लिया गया.
नया मोर्चा बनाने पर नहीं हुई शिवपाल से कोई बात
मुलायम सिंह यादव ने ये भी साफ किया कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने को लेकर उनकी अब तक शिवपाल से कोई बात नहीं हुई है. शिवपाल यादव ने इस नाम से एक नया मोर्चा बनाने और उसे नेताजी का आशीर्वाद हासिल होने की बात कही थी. मुलायम ने कहा कि वो शिवपाल को नया मोर्चा ना बनाने के लिये समझायेंगे. शिवपाल पहले ही अखिलेश से मुलायम सिंह यादव को फिर से एसपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर चुके हैं.