घाटी में सेना और आतंकियों के बीच जारी संघर्ष में हिजबुल मुजाहिदीन के लड़ाके एक के बाद एक ढेर हो रहे हैं. सेना, सुरक्षाबल और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अब तक दो हिजबुल कमांडर बीते एक साल में मारे जा चुके हैं. ताज़ा कार्रवाई में सबज़ार बट का एनकाउंटर हुआ है और पिछले साल बुरहान मानी की मौत हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घाटी में अब हिजबुल का नया कमांडर रियाज़ नाइको को बनाया गया है.
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि रियाज़ नाइको को हिजबुल का नया कमांडर घोषित कर दिया गया है. रियाज़ की उम्र 29 साल है और वह अपने अन्य साथियों के मुक़ाबले उदारवादी विचारों के लिए जाना जाता है. बुरहान और सबज़ार की तरह रियाज़ भी टेक सेवी है और वह घाटी की सांस्कृतिक विविधता में यक़ीन रखता है. रियाज़ की शिनाख़्त कुछ महीने पहले आए एक वीडियो से हुई थी. उस वीडियो में रियाज़ का एक सहयोगी ज़ुबैर कश्मीरी पंडितों से घाटी में वापस लौटने की अपील कर रहा है. वीडियो संदेश में ज़ुबैर कह रहा है, “हम हमेशा ही कश्मीरी पंडितों का खुले दिल से स्वागत करते हैं. कश्मीरी पंडित हमारे देश के नागरिक हैं और हम उनके रखवाले हैं दुश्मन नहीं.”

त्राल मुठभेड़ में मारा गया सबज़ार
दक्षिण कश्मीर के त्राल में शनिवार को एक घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान सेना ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबज़ार अहमद बट समेत दो आतंकियों को मार गिराया था.एनकाउंटर में मारे गए दूसरे आतंकी की पहचान फ़ैजान के तौर पर हुई है. सबजार बट को बुरहान वानी के बाद घाटी में कमांडर बनाया गया था. उसे दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ आतंकी हमलों को तेज़ करने की जिम्मेदारी मिली थी.
हाल ही में कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन में बिखराव देखने को मिला था. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के खिलाफ दिए बयान से किनारा करने पर जाकिर मूसा ने हिजबुल से नाता तोड़ लिया था. मूसा ने कहा था कि कश्मीर के संघर्ष को इस्लाम के संघर्ष के रूप में देखा जाए और इसे केवल आजादी की लड़ाई बताने की अगर हुर्रियत नेताओं ने हिमाकत की, तो उनका सिर श्रीनगर के लाल चौक पर टांग दिया जाएगा.

बुरहान वानी का साथी सबज़ार
सबजार पिछले साल जुलाई में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का साथी था. उसे वानी के बाद हिजबुल का टॉप कमांडर बनाया गया था. सोशल मीडिया पर बुरहान के साथ सबजार बट की तस्वीरें भी सामने आई थीं.
कश्मीर घाटी में युवाओं को चरमपंथ की ओर प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी सबज़ार के दिमाग़ की उपज माना जाता है. पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर घाटी सुलग रही है. पथराव और हिंसक घटनाओं में तकरीबन 100 लोग जान गंवा चुके हैं.
