पाकिस्तान की ओर से टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार हुए हुर्रियत नेताओं की दिल्ली के पटियाल हाउस कोर्ट में पेश हुई है. लेकिन अब NIA ने पत्थरबाजों पर एक डोजियर तैयार किया है जिसमें बताया गया है कि किस तरीके से कश्मीर घाटी में पत्थरबाज हुर्रियत नेताओं से पैसे लेकर आतंकियो की एनकाउंटर साइट पर मौजूद रहते हैं.
घाटी में पिछले कुछ महीने से हुई पत्थरबाजी की गहन समीक्षा कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है. साथ ही NIA ने सेना की तरफ से आतंकवादियों के एनकाउंटर के दौरान होने वाली पत्थरबाजी और पत्थरबाजों की पूरी प्रोफाइलिंग तैयार की है. इसमें उनका फेसबुक, व्हॉट्स ऐप और मोबाइल नंबर डाटा के आधार पर पत्थरबाजों की हुई पहचान की गई है.
जानकारी के मुताबिक 48 गैंग लीडर लगभग हर एनकाउंटर के दौरान बड़ी संख्या में पत्थरबाजों को इकठ्ठा कर सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं, जिसमें कई बार जवानों को नुकसान भी पहुंचता है और ऑपरेशन में बाधा आती है. NIA ने इन गैंग लीडर की पहचान की है जो पाकिस्तान में बैठकर जम्मू कश्मीर में स्कूल जलवाने से लेकर सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी कराने की घटनाओं को व्हाट्स ऐप के जरिए अंजाम देते हैं.
खुफिस एजेंसी की 10 सदस्यीय टीम ने कॉल डिटेल, फ़ेसबुक, व्हाट्स ऐप और मोबाइल नंबर के आधार पर पत्थरबाजों का एक लिंक तैयार किया है. इसमें यह साफ तौर पर दिख रहा है कि जिस जगह सुरक्षा बल आतंकियो पर ऑपरेशन करते हैं, उस जगह कई ऐसे नंबर हैं जो हमेशा एक्टिव रहते हैं. NIA ने अपनी जांच में ऐसे 48 मोबाइल नंबर और उनके आकाओं को ढूंढ निकाला है.
एनआईए अब आने वाले समय मे 48 में से 22 हार्डकोर पत्थरबाजों को पूछताछ के लिए बुलाएगी. साथ ही एजेंसी ने 28 ऐसे व्हॉट्स ऐप ग्रुप को भी पकड़ा है जिसमें इन पत्थरबाजों के नंबर मौजूद हैं. जानकारी मिली है कि इन 28 व्हॉट्स ऐप ग्रुप में से कुछ पाकिस्तान में बैठकर संचालित किए जा रहे हैं.