संसद के बजट सत्र का बुधवार को आखिरी दिन था. दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी गयी. इस बार बजट सत्र दो हिस्सों में पूऱा हुआ. पहला भाग 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चला और दूसरा 1 माह बाद 9 मार्च से शुरू हुआ था. बजट सत्र के दौरान, लोकसभा में 21 विधेयक और राज्य सभा में 14 विधेयक पास हुए. इनमें शत्रु संपत्ति विधेयक, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल विधेयक, मातृत्व लाभ (संशोधन) विधेयक, वेतन का भुगतान (संशोधन) विधेयक, सेवा कर (जीएसटी) के चार सहायक बिल सहित कई महत्वपूर्ण विधेयक शामिल हैं.
बजट सत्र इस लिहाज़ से भी खास रहा कि इतिहास में पहली बार 1 फरवरी को बजट पेश किया गया. बजट सत्र के दौरान इस बार पहली पारी में लोकसभा में 113 फीसदी औौर राज्यसभा में 97 फीसदी कार्य हुआ वहीं दूसरी पारी में लोकसभा में 112 फीसदी औौर राज्यसभा में 87 फीसदी कार्य हुआ.
प्रधानमंत्री मोदी ने कामकाज के लिहाज से बजट सत्र को कामयाब बताया है. पीएम ने सत्र को ट्रेजरी बैंच के लिए बड़ी सफलता कहा. मोदी ने लोकसभा में 21 विधेयक पारित होने और राज्यसभा में 14 विधेयक पारित होने पर सांसदों को बधाई दी. इन विधेयकों में जीएसटी विधेयकों समेत राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने वाला विधेयक शामिल है. पीएम मोदी ने कहा कि संसद में सत्ता पक्ष कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में सफल रही.
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन को बुधवार को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित करते हुए बजट सत्र को अत्यंत सार्थक, उत्पादक और सांसदों की साख के लिए अनुकूल बताया. महाजन ने कहा कि सत्र की कार्यवाही 29 बैठकों में करीब 177 घंटे चली. इस दौरान आम बजट पास होने के साथ ही जीएसटी समेत 23 विधेयक पारित हुए. इस दौरान मजदूरी संदाय संशोधन विधेयक 2017, विनिर्दिष्ट बैंक नोट दायित्व समाप्ति विधेयक 2017, प्रसूति प्रसुविधा संशोधन विधेयक 2016, राज्यसभा द्वारा यथापारित नावधिकरण समुद्री दावा की अधिकारिता और निपटारा विधेयक 2016, शत्रु सम्पत्ति संशोधन एचं विधिमान्यकरण विधेयक 2016, संविधान अनुसूचित जातियां आदेश संशोधन विधेयक 2017, मानसिक स्वास्थ्य देखरेख विधेयक 2016 पारित किये गए.