लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूरे देश को हिला देने वाला पेट्रोल पंप पर हर महीने करोड़ों रुपये की लूट का हाईटेक मामला सामने आया है। राजधानी लखनऊ में पेट्रोल पंप पर चीप और रिमोट कंटोल के जरिये ग्राहक की आंख के सामने ही पेट्रोल चोरी किया जा रहा है। हाईटेक गिरोह ने राजधानी के 95 प्रतिशत पेट्रोल पंप पर उनके मालिकों व मैनेजरों द्वारा मिलकर चिप और रिमोट कंट्रोल सिस्टम लगाया है। इसके जरिये करीब 1 लीटर पेट्रोल या डीजल भराने पर आपकी गाड़ी में महज 900 मिलीलीटर तेल पहुंच रहा है। राजधानी के लगभग 100 पेट्रोल पंप में से 95वें पेट्रोल पंप पर इस चोरी का धंधा हो रहा है।
एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक ने रेड के दौरान बताया कि बताया कि पेट्रोल पंप पर पेट्रोल मशीन की नोजल व मशीन में चिप लगाई गई हैं। जिन्हें रिमोट के सहारे कंट्रोल किया जा रहा है, मशीन मीटर पर पेट्रोल पूर मात्रा दिखाता है, लेकिन टंकी में घटतौल के बाद पेट्रोल और डीजल पहुंचता है। एसटीएफ ने देर रात तक राजधानी के 7 पेट्रोल पंप स्टेशन को अवैध रूप से पेट्रोल चोरी करने के मामले में सील कर दिया। अमित पाठक ने मेडिकल कॉलेज स्थित लालता प्रसाद फिलिंग स्टेशन(भारत पेट्रोल) पर देर रात
रेड में मैनेजर रुम में सभी मशीनों से कनेक्टेड चीप की वायरिंग पकड़ी। उन्होंने इस दौरान संचालक से पूछता में पाया कि यहां हर महीने करीब 15 लाख रुपये का पेट्रोल ग्राहकों को कम दिया जा रहा था। इस दौरान यहां पाया गया कि 5 लीटर पेट्रोल पर करीब 500 मिलीलीटर पेट्रोल कम दिया जा रहा है।
इसके बाद कैंट थाना क्षेत्र के शिवनारायण फिलिंग स्टेशन(भारत पेट्रोलियम) पर भी रेड के दौरान एसएसपी अमित पाठक को यहीं गड़बड़ी मिली। उनके साथ मौजूद बाट एंव माप विभाग की टीम ने भी परिक्षण ने पाया कि यहां करीब हर लीटर पर 50 मिलीलीटर से ज्यादा घटतौल(चोरी) हो रही है। इसके जरिये यहां से हर महीने करीब 5 से 7 लाख रुपये का पेट्रोल व डीजल घटतौल किया जा रहा था। इसके बाद एसएसपी ने इसे पेट्रोल पंप को सील करने के आदेश दे दिए। हालांकि एसटीएफ और अन्य टीमें राजधानी में रात भर छापेमारी करती रहीं।
भारत सरकार तक जुड़ गए तार
कैंट के शिवनारायण फिलिंग स्टेशन पर जांच के बाद उसे सील करने के आदेश देकर एसएसपी पाठक अन्य पेट्रोल पंप की जांच के लिए निकल गए। उन्होंने एसटीएफ इंस्पेक्टर अभिनय को जांच पूरी कर सील करने के आदेश दिए थे। एसटीएफ पेट्रोल पंप के घटतौल की जांच बाट एंव माप विभाग के साथ पूरी करने के बाद कागजी कार्रवाई करने लगी।
इस बीच एसटीएफ के हाथ बेहद चौकाने वाली चीज हाथ लगी। एसटीएफ को इस पेट्रोल पंप से ‘भारत सरकार की 33 सील बरामद हुई’। इस सील का किसी भी पेट्रोल पंप पर होना बेहद चिंताजनक है। क्योंकि बाट एवं माप विभाग ही पेट्रोल पंप की मशीनों की पूरी जांच के बाद इसे सील लगाकर पुख्ता करता है कि मशीन से छेड़छाड़ न हो। यह केवल भारत सरकार की तरफ से जारी होती है। वहीं अब तक की रेड में केवल इसी पेट्रोल पंप पर यह सील बरामद हुई है।
सील पाना आसान नहीं
बाट एवं माप विभाग के निरीक्षक ऋषि मिश्रा ने बताया कि यह सील भारत सरकार की एक संस्था बनती है। जिसका नाम ‘मेंट’ है, यह केवल मुबंई में बनाई जाती है। मानकों की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस सील का उपलब्ध होना आसान नहीं है। हालांकि यह फर्जी लग रही है। लेकिन इसका फर्जी इस्तेमाल भी बेहद गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
गुजरात से पूरे देश में सप्लाई हो रहा हाईटेक सिस्टम
एसटीएफ के हत्थे एक ऐसा शख्स चढ़ा है, जिसने राजधानी के कई पेट्रोल पंप पर चीप और रिमोट सिस्टम लगाया है। इसकी पहचान राजेंद्र के रुप में हुई है। यह गुजरात के उस गिरोह का सदस्य है, जो पूरे देश में चीप और रिमोट सिस्टम सप्लाई करवा रहा है। एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक पूरी रात राजेंद्र को साथ लेकर उन सभी जगहों पर पहुंचे जहां उसे ये सिस्टम लगाए थे। उसने इस दौरान यह भी खुलासा किया कि यह सिस्टम लखनऊ ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैल चुका है। गुजरात का एक गिरोह पूरे देश में पेट्रोल पंप पर इस हाईटेक सिस्टम की सप्लाई करने के साथ इंस्टॉल कराने का भी काम कर रहा है। इसमें गिरोह और पेट्रोल पंप मालिकों की साठ—गाठ है। यूपी एसटीएफ की कार्रवाई के बाद हुए इस खुलासे से पूरे देश के पेट्रोल पंप जांच के दायर में आ सकते हैं।
सालों से चल रही है हाईटेक चोरी
शिवनारायण फिलिंग स्टेशन कैंट के मैनेजर ने देर रात एसटीएफ की टीम के सामने खुलासा किया कि वह करीब 8 साल से पेट्रोल चोरी (घटतौल) की यह तरकीब अपना रहे हैं। इसी तरह लखनऊ के लगभग 95 प्रतिशत पेट्रोल पंप पर घटतौल का खेल चलने का मैनेजर ने खुलासा किया।
इन पेट्रोल पंप पर पुख्ता हुई चोरी, सील करने के आदेश
एसटीएफ ने राजेंद्र की निशानदेही पर लगभग सभी जगह अपनी अलग-अलग टीमें भेज दी थी, और मैनेजर सहित कर्मचारियों को वहीं बैठा लिया था। एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने खुद देर रात तक 7 पेट्रोल पंप स्टेशनों को जांच में पेट्रोल चोरी करते हुए पाया। इनका भंडाफोड़ करते हुए सभी जगह से रिमोट कंट्रोल और चिप बरामद किए। जिन्हें सील करने के आदेश भी हुए। लालता प्रसाद फिलिंग स्टेशन(भारत पेट्रोलियम), मेडिकल कॉलेज, लालता प्रसाद फिलिंग स्टेशन(भारत पेट्रोलियम) डालीगंज, स्टैंडर्ड फ्यूल स्टेशन(इंडियन ऑयल) मड़ियांव, शिवनारायण फिलिंग स्टेशन (भारत पेट्रोलियम) कैंट, मान फिलिंग स्टेशन (भारत पेट्रोलियम) गल्ला मंडी, साकेत फिलिंग स्टेशन(इंडियन ऑयल) चिनहट, बृज ऑटो(भारत पेट्रोलियम) केयर नियर फन मॉल।
बाट एवं माप विभाग का तरीका
बाट एवं माप विभाग सहायक नियंत्रक ओमकार वर्मा ने बताया कि विभाग का पांच लीटर के स्टैंडर्ड मानक के आधार पर एक जार में पेट्रोल भरकर देख रही है। ज्यादतर जगहों पर इस पांच लीटर के जार में पेट्रोल पंप के मीटर में सबसे कम 200 मिलीलीटर घटतौल देखने को मिली। हालांकि बता दें कि कई जगहों पर पांच लीटर के मानक पर 200 से 1000 मिलीलीटर घटतौल के मामले भी देखने को मिले हैं।
रिमोट कंट्रोल का ये है खेल
मौके से मिली जानकारी के मुताबिक एक चीप पंट्रोल पंप की मशीन और नोजल में लगा दी जाती है। इसके बाद चीप से कनेक्टेड रिमोट कंट्रोल के बटन को कैश कलेक्ट करने वाला कर्मी आपकी नज़र में आए ऑन करता है। इसके बाद घटतौल का खेल शुरु हो जाता है। मीटर तेजी से भागता है और गाड़ी की टंकी में पेट्रोल कम जाता है।