देहरादून : उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता हासिल करने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार से कोई समझौता न करने और सुशासन की नसीहत दी। संघ के शीर्ष पदाधिकारियों की मौजूदगी में लगभग चार घंटे चली बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा अब तक लिए गए फैसलों और भविष्य के रोडमैप पर विस्तृत चर्चा की गई।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले व डॉ. कृष्ण गोपाल, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल, सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर, क्षेत्र प्रचारक आलोक, उत्तराखंड के प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार इस मंथन बैठक में शामिल हुए।
सरकार की ओर से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बैठक में शिरकत की। सुबह लगभग दस बजे मुख्यमंत्री आवास पर आरंभ हुई यह बैठक दोपहर बार दो बजे समाप्त हुई। लगभग चार घंटे चली बैठक मुख्यतया प्रदेश सरकार द्वारा पिछले चार सप्ताह के दौरान लिए गए फैसलों और भविष्य की रणनीति की समीक्षा पर ही केंद्रित रही।
सूत्रों के मुताबिक संघ ने प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार को भ्रष्टाचार पर किसी भी तरह का समझौता न करने की नसीहत दी। साथ ही सुशासन के लिए प्रभावी उपाय करने के लिए भी कहा। पिछले दिनों में त्रिवेंद्र सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों पर उठाए गए कदमों की बैठक में सराहना की गई।
खासकर, एनएच 74 चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण के मामले में बड़े घोटाले पर छह पीसीएस अफसरों के निलंबन, ट्रांसफार्मर घोटाले में चार अभियंताओं के निलंबन और एक वन कर्मी पर हमले के मामले में कई कर्मचारियों को अटैच कर देने के सरकार के निर्णयों की सराहना की गई। साथ ही, उम्मीद जताई गई कि सरकार भाजपा के आनुषांगिक संगठनों और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बैठक में पिछले चार सप्ताह के दौरान सरकार के फैसलों और उठाए गए कदमों का ब्योरा प्रस्तुत किया। बैठक में गो संरक्षण के लिए सशक्त नीति बनाने, कृषि, राज्य के कमजोर वित्तीय हालात, शिक्षा, शराबबंदी को लेकर राज्य में इन दिनों बने माहौल, केंद्रीय मदद और सीमांत क्षेत्रों से पलायन के कारण गंभीर हो रही स्थिति पर भी मंथन किया गया।
सरकार को इन सभी विषयों पर फोकस कर रणनीति बनाने के लिए बैठक में कहा गया। इसके अलावा अगले वर्ष की शुरुआत में प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव, फिर पंचायत चुनाव और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विकास की प्राथमिकताओं पर भी बैठक में गहन मंथन किया गया।
साथ ही, पिछले कुछ समय में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेताओं, जिनमें कई विधायक व मंत्री भी शामिल हैं, के साथ सामंजस्य बिठाने पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। बैठक में मौजूद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि यह बैठक शिष्टाचार भेंट के लिए रखी गई थी। बैठक में भ्रष्टाचार पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति और सुशासन पर विशेष ध्यान देने की बात रखी गई।