लखनऊ. बुंदेलखंड के झाँसी में बन रहे एरच डैम में हुई अनियमितता की जांच तेज होती दिख रही है। इस मामले में सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह पूर्व में जांच के आदेश दे चुके हैं। सिचाई मंत्री ने कहा है कि उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी जो रिटायर्ड हो चुके हैं या जिनका तबादला हो चुका है। सपा सरकार में शुरू हुए बाँध निर्माण के दौरान एक्सईएन और प्रोजेक्ट प्रभारी सहित एक दर्जन से अधिक अफसरों पर कार्रवाई होने की सम्भावना है। प्रोजेक्ट से जुड़े कईअफसर कुछ समय पहले रिटायर्ड हो चुके हैं।
प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों पर आरोप है कि 612 करोड़ रूपये की प्रारंभिक लागत से शुरू हुई परियोजना का बजट बढ़ाकर 1083 करोड़ रूपये पहुंचा दिया गया। मुआवजे के निर्धारण सहित अन्य कार्यों में भी अनियमितता की बात कही जा रही है। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। यह अखिलेश सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार था। हर रोज खुल रही परतों से साफ़ हो रहा है कि अधिकारियों की मंशा बुंदेलखंड के पेयजल और सिचाई का संकट दूर करने से अधिक प्रोजेक्ट के नाम पर सरकारी धन के लूट की थी।