शाहजहांपुर के नगर पंचायत रौजा में सोलर लाइटों में करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आया है. बरेली मण्डल बरेली के कमिश्नर अजय कौशिक व नीरज सक्सेना द्वारा की गई जांच में सौर ऊर्जा प्लांट के निर्माण में घोटाला प्रकाश में आया है.
टीम ने प्लांट की गहनता से जांच पड़ताल की तो उसमें कई खामियां मिली है. बताया जा रहा है कि यह प्लांट मलिन बस्तियों के लिए बनाया गया था. लेकिन इसकी वार्डो को मलिन बस्ती दर्शाकर प्लांट बनाया दिया गया.
यहि नहीं स्टील के खंभों के बजाय लोहे के खंभों को लगाकर मोटी रकम डकार गए. वही सोलर लाइट और बैटरिया घटिया कंपनी की लगाकर करोड़ों रुपये का खेल खेला गया. जब कमिश्नर ने जब इस बारे में ईओ को बुलाकर उनसे जानकारी चाही तो उसने बताया कि उनके आने से पूर्व प्लांट बन चुका था. तो कमिश्नर ने ईओ से कहा कि तो आपने एमवी क्यों पास कर दिया. जिस पर ईओ बगले झाँकते नजर आए.
कमिश्नर की टेक्नीशियन विभाग की टीम रोज़ा पहुंची जहां टीम ने बारीकी से में 120 लाख रुपये में लगाए गए सोलर पावर प्लांट में खरीद फरोख्त से लेकर लगाये गये मैटेरियल में बड़ा घोटाला सामने आया है. बताया जा रहा है यहां के खंभों से लेकर केबिल तक में घटिया मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया.
बता दें, कि वोट बैंक की लालच के चलते मलिन बस्तियों में लगने के लिए आया प्लांट मार्केट में लगा दिया गया. इस प्लांट को लगाने में पैसे का जमकर दुरूपयोग किया गया है.
जांच अधिकारी अजय कौशिक ने बताया सभी दोषी अधिकारियों के खिलाफ रिकवरी की कार्रवाई तय की जाएगी. साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी. फिलहाल जांच के बाद नगर पंचायत के कई अधिकारियों की गर्दन फंसती नजर आ रही है.