आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर की संस्था ऑर्ट ऑफ लिविंग (AoL) के विश्व सांस्कृतिक महोत्सव से यमुना के डूब क्षेत्र को पूरी तरह बर्बाद कर दिया. एक विशेषज्ञ समिति ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) से यह बात कही है. इसके साथ ही इसने कहा कि श्रीश्री के इस कार्यक्रम से यमुना की पारिस्थितिकी को हुए नुकसान को ठीक करने में 13.29 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
दरअसल, पिछले साल 11 से 13 मार्च के बीच यमुना किनारे हुए इस महोत्सव से पहुंचे पर्यावरण को नुकसान के मद्देनजर एनजीटी ने श्रीश्री रविशंकर की आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाया था. तब आर्ट ऑफ लिविंग ने काफी हील-हुज्जत के बाद यह जुर्माना चुका तो दिया था, हालांकि अब समिति की इस रिपोर्ट के बाद संभावना है कि एनजीटी जुर्माने की यह राशि बढ़ा सकती है.