ताइवान की संवैधानिक अदालत ने शुक्रवार को समलैंगिक शादी के एक ऐतिहासिक मामले पर सुनवाई शुरू कर दी है। ताइवान समलैंगिक शादी को मंजूरी देने वाला एशिया का पहला देश बन सकता है।

अदालत का 14 न्यायाधीशों वाला एक पैनल उस विवादित कानून के उपर बहस की सुनवाई करेगा, जिसके बारे में आलोचकों का कहना है कि यह समलैंगिक जोड़ों को संबंध स्थापित करने से रोकता है।

बदलाव के लिए अभियान चला रहे लोग इंद्रधनुष वाले झंडे के साथ ताइपे में अदालत के बाहर जमा हुए हैं। शुक्रवार की सुबह अदालत के आस-पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

एएफपी से बात करते हुए 24 वर्षीय एक सेल्समैन लान शी-काई ने कहा, समलैंगिक लोग एक नागरिक होने के नाते कानून के अनुसार समान अधिकार और सुरक्षा पाने के हकदार हैं।