ऋषिकेश। रामझूला के गीता आश्रम घाट पर मिले 3 शवों की शिनाख्त के बाद अब चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तीन पीढ़ियों की एक साथ सुसाइड करने में नया टर्निंग प्वाइंट आया है। इन सभी मौतों का तार परिवार की बड़ी बहू से जुड़ रहा है। परिवार में अब एक भी पुरुष नहीं बचा है जो इस अनसुलझी गुत्थी को सुलझा सके।
16 मार्च को घर से निकले थे तीनों
तीनों शवों की शिनाख्त शर्ट पर लगे टेलर के स्टीकर से हुई। तीनों न्यू आगरा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान चांदी कारोबारी लखन वर्मा, उनके बेटे दीपक और नाती हर्ष के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया की टेलर के स्टीकर की मदद से मृतकों के घर का पता चला। जानकारी के अनुसार लखन वर्मा 16 मार्च को बेटे और नाती के साथ घर से निकले थे।
बड़े बेटे ने भी की थी आत्महत्या
न्यू आगरा कैंट थाना क्षेत्र आगरा के चांदी व्यापारी लखन लाल वर्मा, उनका बेटा और 12 वर्ष के पोते की हत्या के पीछे बड़ी बहू का हाथ है। चांदी व्यापारी लखनलाल वर्मा के बड़े बेटे सुमित की भी 7 साल पहले ससुराल में मौत हो गई थी। लेकिन सुमित के ससुराल वालों ने बताया था कि सुमित ने आत्महत्या की है।
व्यापारी की पत्नी की मानसिक संतुलन ठीक नहीं
वहीं सूत्रों की मानें तो परिजनों ने बहू के घरवालों पर हत्या का आरोप लगाया था। बताया जा रहा है कि इन सभी मौतों का तार मृतक व्यापारी के बड़े बेटे की पत्नी से जुड़ा है। पिता, बेटा और पोते की मौत के बाद अब परिवार में कोई भी पुरुष नहीं बचा है। व्यापारी की पत्नी बड़े बेटे के मौत के बाद मानसिक संतुलन खो चुकी हैं।
थाना लक्ष्मणझूला एसओ प्रदीप राणा ने बताया कि चांदी कारोबारी के घर मौत का सिलसिला तब शुरू हुआ जब व्यापारी के बड़े बेटे की पत्नी के साथ परिवार के संबंध अच्छे नहीं थे। व्यापारी के बड़े बेटे सुमित की पत्नी मायके चली जाती है, सुमित भी ससुराल जाता है। लेकिन अगले ही दिन सुमित की लाश मिलती है। ससुराल वालों ने सुमित के आत्महत्या करने की बात बताई थी।