शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने बजट (Himachal Pradesh Budget 2023) में कई बड़े ऐलान किए हैं। छात्राओं के लिए स्कूटी पर सब्सिडी (Scooty Subsidy for girls) की घोषणा हुई है। वहीं पंचायत प्रतिनिधियों और मनरेगा कर्मियों के मानदेय (MNREGA) में इजाफा भी उनमें से एक है। सुक्खू सरकार के इस छप्परफाड़ बजट (Sukhvinder Sukhu First Budget) में एक और ऐलान है जिसकी चर्चा हो रही है। यह है शराब पर मिल्क सेस। क्या है यह अनूठा टैक्स और इसके सरकार और जनता को क्या फायदा हो सकता है, आइए आपको समझाते हैं।
प्रति बोतल 10 रुपये सेस, यहां होगा इस्तेमाल
हिमाचल की सुख्खू सरकार ने प्रदेश में बिकने वाली शराब पर प्रति बोतल 10 रुपये मिल्क सेस लगाया है, जिससे लगभग प्रति वर्ष 100 करोड़ रुपये की प्राप्ति होगी। इस राशि का उपयोग दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि के लिए किया जाएगा। मिल्क सेस से होने वाली राशि को गाय-भैंस पालकों से हर दिन दस लीटर दूध खरीदने की योजना पर खर्च किया जाएगा। इससे सरकार के साथ-साथ दुग्ध उत्पादकों को भी फायदा होगा। सरकार ने अंग्रेजी-देसी शराब, बीयर और वाइन पर ये मिल्क सेस लगाया है। इसके अलावा गोधन विकास निधि के लिए प्रति बोतल 2.50 रुपये सेस लगेगा। प्रति बोतल 1.50 रुपये का सेस कर एवं आबकारी विकास फंड के नाम पर लिया जाएगा।