टाटा ट्रस्ट्स (Tata Trusts) को नया सीईओ मिल गया है. संगठन ने 54 साल के सिद्धार्थ शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपी है. अभी तक Tata Trusts के सीईओ एन श्रीनाथ थे, जो 2022 के अंत में रिटायर हो गए. वहीं, अपर्णा उप्पलुरी को टाटा ट्रस्ट्स का COO नियुक्त किया गया है. बता दें कि टाटा ट्रस्ट्स की टाटा ग्रुप (Tata Group) की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) में 66 फीसदी हिस्सेदारी है.
कौन हैं सिद्धार्थ शर्मा?
टाटा ट्रस्ट्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) की जिम्मेदारी संभालने वाले सिद्धार्थ शर्मा करीब दो दशक तक सिविल सर्वेंट रहे हैं. शर्मा पहले से ही टाटा ग्रुप से जुड़े हुए हैं और वह हाल में बनाए गए सस्टेनिबिलिटी पोर्टफोलियो का अगुवाई कर रहे थे. शर्मा ने सरकार के प्रमुख मंत्रालयों में काम किया है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह देश के 13वें और 14वें राष्ट्रपतियों के फाइनेंशियल एडवाइजर के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने भारत में पेंशन सुधार की अवधारणा और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. माना जाता है कि सिद्धार्थ शर्मा मोदी सरकार के करीबी हैं और रतन टाटा से भी उनके अच्छे संबंध हैं.
कौन हैं अपर्णा उप्पलुरी?
वहीं, टाटा ट्रस्ट्स में पहली बार COO यानी चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर का पद बनाया गया है और इसकी जिम्मेदारी अपर्णा उप्पलुरी को सौंपी गई है. उप्पलुरी फोर्ड फाउंडेशन में भारत, नेपाल और श्रीलंका की प्रोग्राम डायरेक्टर हैं. उन्होंने लैंगिक न्याय को मजबूत करने के लिए कार्यक्रम संबंधी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए फोर्ड फाउंडेशन में अनुदान देने की पहल का नेतृत्व किया है. गौरतलब है कि टाटा ट्रस्ट्स देश की सबसे पुरानी चैरिटेबल फाउंडेशंस में से एक है. इसकी स्थापना 1892 में टाटा ग्रुप के फाउंडर जमशेदजी टाटा ने की थी. देश के पहले कैंसर केयर हॉस्पिटल की स्थापना Tata Trusts ने की थी.