चमोली : प्रदेश में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद हाईवे से ठेकों को आबादी के करीब शिफ्ट करने का विरोध कर रही महिलाओं का आंदोलन उग्र होने लगा है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक विरोध प्रदर्शनों के दौर के बीच चमोली और चंबा में भीड़ अनियंत्रित हो गई। चमोली जनपद के मुख्यालय गोपेश्वर में बस अड्डे के पास शिफ्ट हुई दुकान के बारे में जैसे ही प्रदर्शनकारी महिलाओं को पता चला वे सैकड़ों की संख्या में वहां पहुंची और तोड़फोड़ शुरू कर दी। वहां मौजूद उपजिलाधिकारी ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। कुछ देर बाद महिलाओं ने शराब की पेटियों को आग के हवाले कर दिया।
इस दौरान दुकान का स्टाफ वहां से जान बचाकर भागा। चमोली की पुलिस अधीक्षक प्रीती प्रियदर्शनी ने कहा कि महिलाओं की संख्या ज्यादा थी और फोर्स कम। घटना की रिर्काडिंग की गई है। यदि शिकायत आई तो कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा टिहरी जिले के चंबा में भी आक्रोशित लोगों ने शराब की दुकान में जमकर तोड़फोड़ की। सुबह महिलाएं शराब विरोधी नारे लगाते हुए गोपेश्वर बस अड्डे पहुंची। प्रदर्शनकारियों का सवाल था कि हाईवे से हटाने के बाद ठेके को बस अड्डे पर क्यों खोला जा रहा है। इस बीच चमोली के एसडीएम अभिषेक रोहिला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने समझाने की कोशिश की। दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक भी हुई। महिलाओं ने ठेके पर धावा बोलकर शराब की बोतलें तोड़ डालीं। आरोप है कि इस दौरान पुलिस सिर्फ वीडियाग्राफी करती रही।
इसके बाद महिलाओं को सूचना मिली के दस किलोमीटर दूर चमोली कस्बे में श्मशान के पास भी ठेका खुल रहा है। महिलाओं का हुजूम एक बस में सवार हुआ और चमोली जा पहुंचा। ठेके के कर्मचारियों को इसकी सूचना पहले ही मिल गई थी। वे दुकान छोड़कर भाग खड़े हुए। प्रदर्शनकारियों ने दुकान में रखी बोतलें फोड़ डालीं। चमोली के जिला आबकारी अधिकारी हरीशचंद्र ने कहा कि ठेकों को सरकारी आदेश के तहत खोला गया था। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ व आगजनी की शिकायत मिली है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
टिहरी जिले के चम्बा में भी शराब के ठेकों को लेकर आक्रोश चरम पर रहा। कालेज रोड पर ठेका खुलने के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए और दुकान में रखी शराब की कई पेटियां तोड़ डालीं। इसके बाद भीड़ जुलूस के रूप में थाने पहुंची और जमकर हंगामा किया। बाद में उन्होंने आबकारी निरीक्षक बिजेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंप दुकान खोलने का विरोध किया।