अनंतनाग.कश्मीरी यूथ्स का बड़ी तादाद में आतंकी संगठनों का हिस्सा बनने से सिक्युरिटी एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। पिछले साल जुलाई में घाटी में विरोध प्रदर्शनों के जोर पकड़ने के बाद से इस साल मार्च तक करीब 250 लड़के आंतकी बने हैं। पिछले साल 8 जुलाई को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के आंतकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद घाटी का माहौल खराब हो गया था। तब से तनाव बना हुआ है। यहां तक 9 अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा के बाईपोल में भी हिंसा हुई और 9 लोग मारे गए।
– घाटी में कश्मीरी लड़कों के बीच आंतकी ग्रुप्स के बढ़ते रुझान पर राज्य पुलिस ने चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि वे अभी लापता युवाओं की छानबीन कर रहे हैं, लेकिन सिक्युरिटी एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि कश्मीर खासकर साउथ कश्मीर में जमीनी हकीकत परेशान करनी वाली है। इस मामले में जल्द से जल्द कदम उठाए जाने की जरूरत है।
– शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अवांतिपुरा ऐसे जिले हैं, जहां से कश्मीरी लड़कों के गायब होने की खबरें आ रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि ये आतंकी संगठनों से जुड़ रहे हैं।
– हाल में अरेस्ट हिजबुल के आंतकी आमीर वागी ने आने वाले महीनों में घाटी में आंतकी एक्टिविटीज में इजाफा होने की जानकारी दी है। पूछताछ में उसने बताया है कि आंतकियों को पूरे साल कश्मीर मसले को सुर्खियों में बनाए रखने के आदेश हैं।
हिजबुल और लश्कर सबसे आगे
– हिजबुल और लश्कर ऐसे दो आतंकी ग्रुप्स हैं, जिनमें सबसे ज्यादा भर्ती की खबरें आ रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन उनका इस्तेमाल बतौर गाइड कर रहे हैं। घाटी में हर आतंकी समूह की कमान कश्मीरी लड़के के हाथ में है।
– सिक्युरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्थानीय युवाओं के आंतकी समूहों का हिस्सा बनने की रफ्तार काफी घट गई थी। लेकिन, जनवरी 2015 से इसमें फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है।
सेना प्रमुख ने डोभाल को घाटी के हालात की दी जानकारी
–सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कश्मीर घाटी में लॉ एंड ऑर्डर के बीच उस घटना का भी जिक्र किया, जो हाल में वीडियो के जरिए सामने आई थी। बता दें कि श्रीनगर लोकसभा उप-चुनाव के दौरान 9 अप्रैल को बडगाम से एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आर्मी ने एक शख्स को जीप पर बांध रखा था। इसके बाद स्थानीय नागरिकों ने सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जनरल रावत ने सीएम महबूबा मुफ्ती को इस मामले में जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया था।
पिछले साल जुलाई से यूथ में बढ़ा है अातंकी संगठनों को लेकर रुझान
– अलगाववादियों की हड़ताल से रविववार को घाटी में आम जनजीवन प्रभावित रहा।
– शहर के बाटामालू इलाके में बीएसएफ की फायरिंग में 23 साल के एक युवक की कथित मौत के विरोध में हड़ताल बुलाई गई थी। दुकानें, पेट्रोल पंप और दूसरे दुकानें बंद रहीं। हालांकि, कई इलाकों में निजी कारें, कैब और ऑटो रिक्शा सड़कों पर नजर आए।